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जर्मनी में नव-नाजीवादियों के एक दल ने भारतीयों की जमकर पिटाई की है। करीब 50 की संख्या में मौजूद लंपट युवकों ने अश्लील और नस्लीय नारे लगाए। ये लोग हिटलर के नजदीकी रुडोल्फ हेस की बरसी को कुछ इसी अंदाज से मनाते आए हैं। 18 अगस्त 1987 को हेस की मौत हुई थी और इस दिन को पूरे जर्मनी के नाजीवादियों के लिए यह यादगार दिन होता है। तकरीबन हर साल यह दिन कुछ ऐसे ही बदतमीजी भरे हरकतों से बनाया जाता है। नेशनल पार्टी ऑफ जर्मनी ऐसे लोगों की शरणस्थली बनी हुई है। हाल के एक सर्वे में यह बात साफतौर पर उभर कर आई है कि पूर्वी जर्मनी का हर दूसरा युवक राष्ट्रीय समाजवाद(हिट्लर की पार्टी का यही नाम था) का घोर समर्थक है और वह नाजीवादी वसूलों में विश्वास करने लगा है। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि जब लंदन की टाइम मैगजीन ने इस खबर को छापा तो उस पत्र के कमेंट बॉक्स में एक अमेरिकी नागरिक की प्रतिक्रिया कुछ यूं थी. “The problem is easily solved. Tell the Indians to stay in India”-Art Ocone, millburn, New Jersey, USA
1 comment:
विकसित समाज में रहने से ही चेतना का विकास नहीं हो जाता..
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