भारत-अमेरिका परमाणु समझौते से देश की राजनीति में उथल पुथल की स्थिति बन गई है। लेकिन टेलीविजन और समाचार के दूसरे साधन इस समझौते के बारे में कम और चुनावी सर्वे ज्यादा कर रहे हैं। जनता को यह बताने के बजाय कि इस समझौते का देश या दुनिया पर क्या असर होगा। वे केवल राजनीतिक खींचतान पर केंद्रित कर रहे हैं। ऐसे में परमाणु हथियारों को धरती से खत्म करने की मुहिम में वे बिल्कुल हासिए पर हैं। लेकिन आम लोगों को इस तरह के किसी भी समझौते की खिलाफत करनी होगी जो दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करना चाहते हैं। क्योंकि उनकी यह सोच जीवन के पक्ष में होगी न कि तात्कालिक लाभ के पक्ष में....
ऐसे गगन के तले...