पाकिस्तान के वामपंथी कवि हबीब जालिब की ये नज्म मुशीर यानी सलाहकार के नाम से मशहूर है। जालिब ने ये नज्म अयुब खान के सलाहकार हाफिज जालंधरी से बातचीत के बाद लिखी थी। ये नज्म आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। लाल बैंड का गाया एक और गीत-
‘लाल बैंड’ पाकिस्तान की प्रगतिशील गायन टीम है। आज ये बैंड फैज अहमद फैज,हबीब जालिब और अहमद फराज की रचनाओं को आम आदमी तक पहुंचा रहा है। लाल बैंड अपने को पाकिस्तान की प्रगतिशील परंपरा के हिस्से के बतौर देखता है। इस ग्रुप में चार सदस्य हैं, जिसमें तैमूर रहमान जो पाकिस्तान के मशहूर एकेडमिक सेंटर LUMS में प्रोफेसर हैं। लाल बैंड के लीड सिंगर शहराम अजहर है। इस्लामाबाद के इक्रा यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र पढ़ाने वाले शहराम उत्तर-भारतीय संगीत में खासी दिलचस्पी है। ग्रुप के ये दोनों सदस्य पाकिस्तान की कम्यूनिस्ट किसान पार्टी के सक्रिय सदस्य भी हैं। महवास वकार ग्रुप की बैकअप वोकल हैं और हैदर रहमान बांसुरी वादक हैं। पाकिस्तान के जियो नेटवर्क ने ग्रुप के गीतों की लोकप्रियता को देखते हुए 'उम्मीद ए सहर' के नाम से एक अल्बम जारी किया है। ग्रुप के इतने पॉपुलर हो चुके हैं कि इसे पाकिस्तान का जियो टीवी नेटवर्क एक अल्बम के रूप में लाने को राजी हो सुनिए 'उम्मीद ए सहर' अल्बम का पहला गीत
लाल बैंड के गीत और इसके सदस्यों के बारे में और जानकारी के लिए आप तीन हिस्सों वाली डॉक्यूमेंट्री देख सकते हैं। लाल बैंड पार्ट 1