Sunday, April 13, 2008
लाल हुआ नेपाल....
नेपाल में संविधान सभा के लिए हुए ऐतिहासिक चुनावों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) संविधान सभा के चुनाव में भारी बढ़त लिए हुए है। सभी 601 सीटों के नतीजे आने में करीब 2 हफ्ते लगेंगे, लेकिन यह स्पष्ट है कि सीपीएन(माओवादी) बहुमत में होंगे। माओवादी नेता प्रचंड ने जीतने के बाद ऐलान किया कि मौजूदा 7 दलीय मोर्चा बना रहेगा और मिली-जुली सरकार का ही गठन होगा। दूसरे सबसे बड़े माओवादी नेता बाबूराम भट्टराई ने कहा कि उनकी पार्टी को बहुमत मिलने जा रहा है।
नेपाल के संविधान सभा के चुनावों ने दुनिया के तमाम दुकानदार बुद्दिजीवियों की बोलती बंद कर दी है। आलम ये हैं कि संविधान सभा का चुनाव होगा इस पर दो-दो घंटे कार्यक्रम करने वाले मीडिया संस्थान परिणामों से कन्नी काट लिए हैं।
हथियारबंद संघर्ष और जनआंदोलन के साथ मौजूदा अंतरराष्ट्रीय माहौल में जीत हासिल करना एक नए प्रयोग का सफल होना है।
संविधान सभा के इन चुनावों के बाद इस देश का संविधान फिर से लिखा जाएगा और 240 साल पुरानी हिंदू राजशाही का अंत हो जाएगा।
सीपीएन (एम) के चेयरमैन प्रचंड का इंटरव्यू
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2 comments:
महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र की सलामती ज़रूरी है। जिन समस्याओं के निराकरण के लिए जनता ने माओवादियों को सत्ता सौंपी है उनका निराकरण ज़रूरी है। नेपाल की सांस्कृतिक पहचान कायम रहे यह उसे भी और समान सांस्कृतिक पहचान वाले पड़ोसियों को समझना होगा.
आप यू एम् एल की हार के बरे में क्या कहेंगे जनाब जिनको आप नेपाल के सच्चे कम्युनिस्ट बताते नहीं थकते थे.और उनसे बिरद्रना सम्बन्ध बनाये हुए हैं.यदि आप नेपाल में माओवादियों की जीत का समर्थन करते हैं तोू यू एम् एल को संशोधनवादी कहने की हिम्मत भी कीजिये विचारधारात्मक अवसर वाद दिखा कर कोई फ़ायदा नहीं है सभी जानते है की यू एम् एल ने भारत सरकार के इशारे से माओवादियों के साथ चुनावी गठबंधन नहीं किया.इस पर क्या कहेंगे आप क्या अब भी आप यू एम् एल से बिरदाराना संबध बनाये रखेंगे
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