tag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post2500225506529876564..comments2023-04-06T16:53:38.027+05:30Comments on समकालीन जनमत: 23 मार्च परसमकालीन जनमतhttp://www.blogger.com/profile/04350720401949445699noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-68767954573285428722008-03-24T16:08:00.000+05:302008-03-24T16:08:00.000+05:30मैं नास्तिक क्यों हूँ पढ़कर बहुत सारे ख़याल दिमाग...मैं नास्तिक क्यों हूँ पढ़कर बहुत सारे ख़याल दिमाग मे आ रहे है।<BR/><BR/>आपको धन्यवाद जो आपने इसे पढने के लिए उपलब्ध कराया।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-32100582386708398852008-03-23T18:36:00.000+05:302008-03-23T18:36:00.000+05:30इस लेख को ब्लोग पर देकर आपने क्षबहुत अच्छा किया, आ...इस लेख को ब्लोग पर देकर आपने क्षबहुत अच्छा किया, आज के दौर मे इसे सभी को पधना चाहियेRaju Neerahttps://www.blogger.com/profile/10294535049249693943noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-86768538642636728332008-03-23T15:12:00.000+05:302008-03-23T15:12:00.000+05:30मैं नास्तिक क्यों हूँ, भगत सिंह का एक प्रेरक दस्ता...मैं नास्तिक क्यों हूँ, भगत सिंह का एक प्रेरक दस्तावेज है, लेकिन आजकल भगत सिंह का जाप वामपंथी क्रांतिकारियों के बजाय दक्षिणपंथी भ्रान्तिकारी ज्यादा कर रहे हैं।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-38724295677338825722008-03-23T12:43:00.000+05:302008-03-23T12:43:00.000+05:30मन की बंधी उमंगें असहाय जल रही है,अरमानआरज़ू की ला...मन की बंधी उमंगें असहाय जल रही है,<BR/>अरमानआरज़ू की लाशें निकल रही हैं।<BR/>भीगीखुशी पलों में रातें गुज़ारते हैं,<BR/>सोती वसुन्धरा जब तुझको पुकारते हैं,<BR/>इनके लिये कहीं से निर्भीक तेज ला दे,<BR/>पिघले हुए अनल का इनको अमृत पिला दे।<BR/>उन्माद, बेकली का उत्थान माँगता हूँ।<BR/>विस्फोट माँगता हूँ, तूफान माँगता हूँ।<BR/><BR/>"दिनकर"अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.com