tag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post4990108678799410671..comments2023-04-06T16:53:38.027+05:30Comments on समकालीन जनमत: अनिल रघुराज said... समकालीन जनमतhttp://www.blogger.com/profile/04350720401949445699noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-73204611168733190832007-10-26T07:51:00.000+05:302007-10-26T07:51:00.000+05:30मूर्खता पर मूर्खता किये जा रहे हैं ... रामजी राय औ...मूर्खता पर मूर्खता किये जा रहे हैं ... रामजी राय और प्रणय कृष्ण..की सहमति से.. या उन्ही की मति से..? एक बार फिर निवेदन करता हूँ.. कुछ बेहतर तलाशें लिखने कहने को.. एक मंच है आप के पास.. उस का स्तर रहा है.. क्यों उस की छीछालेदर कर रहे हैं..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-56973748031444094172007-10-25T10:45:00.000+05:302007-10-25T10:45:00.000+05:30समझ नहीं आया कि संदर्भ क्या है। वैसे नटनी सारी लोक...समझ नहीं आया कि संदर्भ क्या है। <BR/>वैसे <BR/><BR/><I>नटनी सारी लोकलाज और लिहाज छोड़कर अब बांस पर चढ़ रही है। </I><BR/><BR/>यह उपमा बड़ी पसंद आई।<BR/><BR/><A HREF="http://devanaagarii.net/hi/alok/blog" REL="nofollow">आलोक</A>आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7407410912144762344.post-66596411156865567432007-10-25T08:51:00.000+05:302007-10-25T08:51:00.000+05:30हुजूर, पहली कड़ी लिख दी है। शायद उसी को देखकर आपने...हुजूर, पहली कड़ी लिख दी है। शायद उसी को देखकर आपने मेरी टिप्पणी को ही पोस्ट बना दिया। चलिए, अच्छा है।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.com